



Contents
नई आवाज न्यूज/ धरमजयगढ/रायगढ़ -धरमजयगढ़ वन मंडल की छाल रेंज में एक माह से 76 हाथियों ने डेरा जमाया हुआ है। आज देहजरी के खेत खलिहानों में ग्रामीणों के बताए अनुसार 76 नग हाथियों का दल विचरण कर रहे। कुछ ग्रामीण ने काम करने अपने खेत में गये हुए थे ,औ और उन्होंने 76 हाथियों का दल को देखते ही होश उड़ गए फिर जैसे तैसे जान बचाकर भागने में सफल रहे।और वहीं बोजिया के बड़ा तालाब के आसपास ही हाथी एक साथ रहते हैं। दिन ढलते ही हाथी अलग-अलग झुंड में इधर-उधर विचरण करने लगते हैं। ज्यादातर हाथी पुसल्दा एडू में ही घूम रहे हैं। यहां कोल ट्रांसपोर्टिंग के लिए रेल लाइन भी है । हाथियों को दुर्घटना से बचाने के लिए कई बार रात को ट्रेनें रोकनी पड़ रही हैं। वन विभाग हालांकि मुनादी करा कर लोगों को सचेत कर रहा है लेकिन धान कटाई का मौसम होने के कारण ग्रामीण बाहर जाते हैं। काम के बाद आसपास से लौटने वाले दहशत में हैं। बड़ी संख्या में हाथियों के डेरा जमाने के कारण उन्हें खदेड़ना भी मुश्किल है।खेदापाली से पुसल्दा मार्ग लोगों के आने-जाने का मुख्य मार्ग है। एडू से खेदापाली भी मुख्य मार्ग है। जहाँ लोगों का आना-जाना लगा रहता है। अभी छाल से खरसिया मुख्य मार्ग ख़राब होने एवं धूल से बचने के कारण स्थानीय ग्रामीण छाल से खरसिया के लिए नवापारा, खेदापाली, पुसल्दा, बरभौना, गुरदा मार्ग का उपयोग कर रहे हैं । हाथियों का विचरण हो रहा है वन विभाग एक माह से लगातार हाथी कई सुरक्षा एवं ग्रामीणों कई सुरक्षा के लिए प्रयास क़र रहे हैं। इतने सारे हाथी एक साथ होने से इनका मूवमेंट भी कहीं नही हो रहा है। अभी धान कई फ़सल कुछ बाकी है। अनुमान लगा रहे हैं कि फसल ख़त्म होने के बाद इस ओर से रवाना हो सकते हैं।
नई आवाज न्यूज/ धरमजयगढ/रायगढ़ -धरमजयगढ़ वन मंडल की छाल रेंज में एक माह से 76 हाथियों ने डेरा जमाया हुआ है। आज देहजरी के खेत खलिहानों में ग्रामीणों के बताए अनुसार 76 नग हाथियों का दल विचरण कर रहे। कुछ ग्रामीण ने काम करने अपने खेत में गये हुए थे ,औ और उन्होंने 76 हाथियों का दल को देखते ही होश उड़ गए फिर जैसे तैसे जान बचाकर भागने में सफल रहे।
