



घरघोड़ा। शिल्प और सृजन के देवता भगवान विश्वकर्मा की आराधना पूरे क्षेत्र में श्रद्धा और उल्लास के साथ सम्पन्न हुई। सुबह से ही गाँव-गाँव में पूजा-अर्चना की गूँज सुनाई दी, मानो हर हृदय भक्ति रस में भीग गया हो।

इसी क्रम में विकासखंड घरघोड़ा के ग्राम राबो में विश्वकर्मा पूजा का दृश्य निराला रहा। यहाँ श्रद्धालुओं ने दीप, धूप और फूलों से भगवान विश्वकर्मा की आराधना की। भक्ति का ऐसा माहौल बना कि वातावरण में आस्था की महक फैल गई। और वहीं पूजा उपरांत राबो में आयोजित सार्वजनिक भजन संध्या में प्रसिद्ध गायक जयनंद कर्ष ने अपने मधुर स्वर से भक्तों का मन मोह लिया। उनके गाए भजन न केवल श्रोताओं के कानों को रससिक्त कर रहे थे, बल्कि हर आत्मा को भक्ति में झकझोर रहे थे। श्रद्धालु गीतों की धुन पर नाचते-गाते झूमते नजर आए, और वहीं देर रात तक गाँव भक्ति रस में डूबा रहा। और विश्वकर्मा पूजा ने राबो ही नहीं, पूरे क्षेत्र को आस्था, उल्लास और सांस्कृतिक एकता की डोर से बाँध दिया।
