

धरमजयगढ़। इस्लाम धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक ईद-उल-फितर को नगर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह त्योहार रमजान के पवित्र महीने के समापन के बाद आता है और आपसी प्रेम, भाईचारे, दान व खुशियों का प्रतीक माना जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, रमजान के बाद शव्वाल माह की पहली तारीख को ईद-उल-फितर मनाई जाती है। इस अवसर पर धरमजयगढ़ नगर में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईदगाह में श्रद्धा और अकीदत के साथ ईद की नमाज अदा की। नमाज के बाद सभी ने अमन-चैन, भाईचारे और खुशहाली की दुआ मांगी। ईद की नमाज के बाद समुदाय के लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर बधाइयाँ दीं और खुशी साझा की। राहगीरों और आसपास के परिचितों से भी गर्मजोशी से मिलते हुए ईद की मुबारकबाद दी गई। इस अवसर पर नगर में सौहार्द्र और उत्साह का वातावरण देखने को मिला।