
ग्रामीण अब भी पीठ पर ढो रहे जीवन का बोझ!
सारंगढ़-बिलाईगढ़। योजनाओं के चमकदार दावों के बीच हकीकत में आज भी एक गांव विकास से कोसों दूर है। बरमकेला विकासखंड के ग्राम पंचायत परधियापाली का आश्रित गांव भालूपानी सड़क जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित है।
ग्रामीणों की दास्तां दर्दनाक है—बीमारी की हालत में मरीजों को आज भी खाट पर डालकर अस्पताल तक ले जाना पड़ता है। मेढ़नुमा पगडंडियों से होकर अक्सर हादसे भी घटते हैं। रोज़मर्रा का सामान ढोने तक के लिए लोग मजबूरन अपनी पीठ को ही सहारा बनाते हैं। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि हर चुनाव में सड़क का वादा नेताओं की ज़ुबान पर होता है, पर जीत के बाद उनकी परछाई तक गांव में नहीं दिखती। इस उपेक्षा से गांववालों का प्रशासन और जनप्रतिनिधियों पर से विश्वास उठता जा रहा है।
जनपद सीईओ पटेल ने मामले की जानकारी मिलने पर कहा कि वे स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पंचायत कर्मियों से चर्चा कर समस्या को प्राथमिकता में रखेंगे। और वहीं भालूपानी की यह व्यथा, विकास के दावों और ज़मीनी हकीकत के बीच की गहरी खाई को उजागर करती है।