धरमजयगढ/नई आवाज – धर्मजयगढ़ वन मंडल क्षेत्र में एक तरफ लगातार जंगली हाथियों के दहशत से पूरा क्षेत्र थर्राया हुआ है, जिससे वन विभाग की टीम लगातार क्षेत्र के लोगों, ग्रामीणों को अलर्ट करने में लगी हुई है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ कुछ ग्रामीणों में इसका कोई असर नहीं पड़ रहा। कुछ लापरवाह ग्रामीणों द्वारा लगातार अपने जान को जोखिम में डाले हुए देखे जा रहे हैं, और हाथियों द्वारा किसी भी प्रकार की जनहानि करने पर वन विभाग की बदनामी करने में लगे हुए रहते हैं।
ऐसा ही एक ग्रामीण का लापरवाह कृत्य करने का मामला सामने आया है, जहां पर रात्रि के 10:00 बजे जंगल किनारे दारू पीकर सोया हुआ था और वही नजदीकी में 100 मीटर की दूरी पर हाथियों का दो दल जिसमें 80 हाथी की टीम घूम रहे हैं। पूरा मामला धर्मजयगढ़ वनमंडल के छाल रेंज के हाटी से पुरूंगा कच्ची मार्ग का है, जहां पर विक्रम सिंह/जगतराम राठिया ग्राम तेंदूमुंड़ी निवासी बीते कल बुधवार की रात 10:00 बजे जंगल किनारे दारू पीकर सो गया था जहां पर उसके 100 मी नजदीक पर ही हाथियों का एक बड़ा दल विचरण कर रहा था। जिससे बड़ी घटित घटना होने की संभावना हो सकती थी।
लेकिन वहीं रात्रि गश्त पर निकले वनविभाग की टीम की नजर उस ग्रामीण पर पड़ी, और उप वनमंडलाधिकारी एवं वन विभाग की टीम द्वारा ग्रामीण को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। इसके बाद विक्रम सिंह राठिया को होश आने पर पूछा गया तो उसने बताया कि नशा ज्यादा हो जाने की कारण वहीं सो गया था।लेकिन वन विभाग के लगातार समझाइए के बावजूद भी ग्रामीणों द्वारा इस प्रकार का कृत्य किया जा रहा है, जिससे वनविभाग के समझ से परे है।