डेक्स खबर /नई आवाज -उत्तर प्रदेश के कन्नौज में हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर हमले में घायल सिपाही की मौत हो गई है। कानपुर में इलाज कर रहे सिपाही की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। दरअसल, कन्नौज पुलिस की टीम विशुनगढ़ थाना क्षेत्र के धरनीधीरपुर नगरिया गांव में हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तारी के लिए पहुंची थी। इसी दौरान पुलिस टीम पर हिस्ट्रीशीटर ने फायरिंग कर दी। उसके इस हमले में विशुनगढ़ थाने का सिपाही सचिन राठी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए कानपुर भेजा गया है। इस घटना के करीब तीन घंटे बाद पुलिस से मुठभेड़ में हिस्ट्रीशीटर और उसका बेटा भी घायल हो गया। पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर की पूर्व प्रधान पत्नी को गिरफ्तार कर लिया। मौके पर पुलिस की टीम की तैनाती की गई है।उधर, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद, अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह, सीओ सिटी डॉ. प्रियंका बाजपेयी, छिबरामऊ कोतवाल जितेंद्र प्रताप सिंह, गुरसहायगंज कोतवाल जयप्रकाश शर्मा, सौरिख थानाध्यक्ष सचिन कुमार सिंह, सकरावा थानाध्यक्ष शशिकांत कनौजिया, इंदरगढ़ थानाध्यक्ष किशनपाल सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. उन्होंने हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव के मकान की घेराबंदी कर दी. लेकिन अंधेरे का फायदा उठाते हुए हिस्ट्रीशीटर और उसका बेटा वहां से भागने लगा.जिस पर पुलिस ने उसको रोकना चाहा तो जवाब में उसने पुलिस टीम पर फिर फायरिंग करनी शुरू कर दी. जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की तो दोनों के पैर में गोली लग गई. फिर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.दरअसल, सोमवार शाम लगभग 5 बजे थानाध्यक्ष पारुल चौधरी पुलिस टीम के साथ हिस्ट्रीशीटर मुन्ना यादव को गिरफ्तार करने उसके घर पहुंचे थे। जैसे ही आरोपी के पुलिस के आने की खबर लगी उसने फायरिंग शुरू कर दी। इस बीच सपाही सचिन राठी को जांघ में गोली लगी। गोली लगते ही सिपाही सचिन जमीन पर गिर गए। उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। घटना के थोड़ी देर बाद टीम के आला अधिकारी फोर्स के साथ मौके पर पहंचे और हिस्ट्रीशीटर के मकान की घेराबंदी की। हालांकि अंधेरे का फायदा उठाकर आरोपी बाप-बेटे भागने की कोशिश करने लगे और पुलिस पर फायरिंग करने लगे।पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उन पर फायरिंग की, जिससे उनके पैर में गोली लग गई। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। उस पर हत्या‚ लूट, डकैती‚ गैंगस्टर एक्ट के 20 से अधिक मुकदमें दर्ज हैं।
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