डेक्स खबर/ नई आवाज – इन दिनों हाथी का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। जो एक आम बात बन कर रह गई है। वहीं एक हफ्ते में हाथी के हमले से यह दूसरी मौत है।इस बार हाथी ने घर में सोते हुए मां बेटी पर हमला किया है।पहले हाथी ने घर को तोड़ा जिसके कारण कच्चे मकान की दीवार सोती हुई महिला के ऊपर गिर गई और दबकर महिला की मौत हो गई।परिवार के अन्य सदस्यों ने भागकर अपनी जान बचाई।
रेंजर सिंधु ने बताया कि पूरा मामला पत्थलगांव वन परिक्षेत्र का है।जहां डुमरबहार बजनियापारा में यह दुःखद् घटना हुई है।बीती रात मां मृतिका सुहानो बाई (75 वर्ष) पति सुंदरा व बेटी एक कच्चे मकान में सोए हुए थे वहीं पक्के मकान के दूसरे कमरे में पिता पुत्र सोए थे।रात्रि में लगभग 12:30 बजे के आसपास वन अमला गांव में ही तैनात था।जहां पूर्व सूचना पर वन अमला हाथी को गांव से बाहर शेखरपुर की ओर भगा रहा था।अचानक लौटकर हाथी फिर से गांव में आ गया और उसने कच्चे मकान पर हमला कर दिया।जहां मां सुहानो बाई की मौत हो गई।रेंजर ने बताया कि रात में घटना स्थल से उनकी टीम लगभग चार सौ मीटर की दूरी पर थी इसके बावजूद वे हाथी के सामने कुछ भी करने की स्थिति में नहीं थे।इकलौता हाथी पिछले दो दिनों से आतंक मचाए हुए है।पूर्व में ही वन अमले ने पीड़ित परिवार को हटने के लिए कहा था।सुरक्षित जगह में जाने से इस घटना को रोका जा सकता था।जहां घटना हुई वह पंहुचविहीन क्षेत्र है।वन अमला लगातार मुनादी कराते हुए हाथी मित्रदल का सहयोग लेकर ग्रामीणों को अलर्ट कर रहा है इसके बावजूद ग्रामीण नहीं समझ रहे हैं।मृतिका के पति ने पहले ही कहा था कि जब तक हाथी है यहां से दूर चले जाते हैं पर बेटे ने मना कर दिया और बीती रात यह हादसा हो गया।फिलहाल यह सिंगल हाथी मयूरनाचा होते हुए लुड़ेग,झंडाघाट,बेलडेगी में विचरण कर रहा है।वन अमले का कहना है कि हाथी भोजन की तलाश में गांव की ओर आ रहा है।लगातार घटते जंगल के कारण ऐसी स्थिति निर्मित हो रही है।बहरहाल मृतिका के शव पंचनामा पीएम की कार्यवाही की जा रही है।