
धरमजयगढ़। इन दिनों फ्रॉड कर पैसे वसूल कर कमाने में लोग कई तरह के पैंतरे अपनाते नजर आते हैं। और खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में गांव देहात में जाकर लोगों को झांसा में लेकर ग्रामीणों से रुपए ऐंट लेते हैं।
ऐसा ही एक मामला सामने आया हैं धरमजयगढ़ क्षेत्र से, जहां पर न्यूट्रीशन देने के बहाने गांव में जाकर शरीर चेकअप करने के नाम पर दो-दो सौ रुपए ग्रामीणों से वसूल रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया की उनके द्वारा गांव में आकर घर-घर जाकर शरीर में बीमारी चेकअप कर रहे हैं, और अपने आप को डॉक्टर बताते हुए, जांच शुल्क प्रति व्यक्ति ₹200 वसूल रहे हैं । हमारी मीडिया टीम को जानकारी मिलने पर उन तक पहुंच कर जानकारी चाही तो उन्होंने बताया कि वो तीन व्यक्ति हैं, और मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं, यहां कंपनी द्वारा उन्हें भेजा गया है। और उनके बड़े कर्मचारी बैकुंठपुर की रहने वाली है। हमने उनसे उनके मैडम बाॅस से फोन पर संपर्क कर बातें की उन्होंने लड़खड़ाते हुए शब्दों में पंजाब की निवासी बताई। फिर तत्काल उन्होंने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया। जिससे हमें फर्जी करने की आशंका हुई।बता दें, ये तीनों लोग धरमजयगढ़ के पीपरमार में किराए का रूम लेकर रह रहे हैं। इसके संबंध में उन्होंने स्वयं ही बताया कि उनके द्वारा न तो थाने में नाम दर्ज कराई और न ही हेल्थ डिपार्टमेंट में। क्योंकि नियमानुसार किसी भी दवाई का प्रचार प्रसार क्षेत्र में हेल्थ डिपार्टमेंट के आदेश के बिना किसी भी प्रकार का प्रचार प्रसार नहीं कर सकते हैं। इसके संबंध में हमने सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ के बीएमओ डॉ बीएल भगत से बात की तो उन्होंने बताया कि शासन की तरफ से कोई हेल्थ चेकअप के लिए नहीं भेजा गया है। और कहा कि इसकी जांच कर क्षेत्र में ऐसे फ्राड कर रहे,उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।








