सड़क हादसा नहीं बल्कि, एक सुनियोजित हत्या थी … पुलिस ने खोले राज.. पढ़िए पूरी मामला!
धरमजयगढ/ नई आवाज- गुरूवार की दोपहर सड़क हादसे में डिप्टी रेंजर की मौत हो जाने के मामले में पुलिस ने जांच के बाद महज 24 घंटे के अंदर आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। आरोपी के द्वारा पुरानी रंजिश की वजह से सुनियोजित तरीके से डिप्टी रेंजर की हत्या की गई थी।
कल थाना धरमजयगढ़ क्षेत्र अंतर्गत सड़क हादसे में डिप्टी रेंजर संजय तिवारी की आकस्मिक मौत की सूचना पुलिस को प्राप्त हुई थी जिसकी जांच पर मामला पुरानी रंजिश पर आरोपी बसंत यादव द्वारा सुनियोजित तरीके से वाहन से कुचलकर हत्या का सामने आया है । धरमजयगढ़ पुलिस ने 24 घंटे के भीतर मामले का पटाक्षेप कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कल दोपहर करीब 03.00 बजे धरमजयगढ़ मेन रोड़ कृषि उपज मंडी के पास एक अज्ञात बोलेरो वाहन की चपेट में आने से हीरो ग्लैमर बाइक में सवार सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी संजय तिवारी पिता गोकुल प्रसाद तिवारी उम्र 53 वर्ष निवासी काष्टागर फॉरेस्ट कॉलोनी धरमजयगढ़ को गंभीर चोंटे आयी थी जिन्हें सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत बताया।
थाना धरमजयगढ़ में मर्ग पश्चात अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 304 ए आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना दरम्यान प्रत्यक्षदर्शी गवाहों एवं सीसीटीवी फुटेज से अज्ञात बोलेरो वाहन का पता लगाया गया जिसमें बोलेरो क्रमांक सीजी 13 यूई 0377 द्वारा घटना कारित करने के साक्ष्य मिले। पुलिस टीम तत्काल ग्राम बेहरापारा में दबिश देकर वाहन के चालक आरोपी बसंत कुमार यादव को हिरासत में लिया गया। आरोपित बसंत कुमार यादव का पूर्व से मृतक संजय तिवारी से रंजिश थी।
एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी द्वारा धरमजयगढ़ पुलिस सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच का निर्देश दिया गया। जांच अधिकारी द्वारा आरोपी बसंत यादव से वैज्ञानिक तरीकों से पूछताछ करने पर आरोपी ने पुरानी रंजिश पर संजय तिवारी को बोलेरो वाहन से कुचल कर हत्या करना बताया।
आरोपी बसंत कुमार यादव पिता बालमुकुंद यादव उम्र 50 साल निवासी बेहरापारा थाना धरमजयगढ़ ने अपने मेमोरेंडम बयान पर बताया कि उसकी पूर्व से संजय तिवारी से झगड़ा विवाद चला आ रहा था। उसने संजय तिवारी की हत्या की साजिश रच कर मौका की तलाश पर था। 16 मई की दोपहर बसंत यादव बोलेरो वाहन से नागदरहा जा रहा था। उसी समय उसने मोटरसाइकिल हिरो ग्लैमर पर संजय तिवारी को धरमजयगढ़ की ओर से आते देखा। तब इसने बोलेरो को मोड़कर संजय तिवारी का पीछा किया और कृषि उपज मंडी के पास संजय तिवारी के बाइक को बोलेरो वाहन से ठोकर मारा जिससे संजय तिवारी रोड में गिर गया। इसने वाहन के साइड ग्लास से संजय को देखा जिसे ज्यादा चोंटे नहीं आई थी। तब बसंत यादव ने गाड़ी को बैक कर संजय तिवारी के गाड़ी के पीछे से ठोंकर मारा जिससे संजय तिवारी के सिर, माथे में गंभीर चोटें आई और आरोपी फरार हो गया। पुलिस ने प्रकरण में धारा 304 ए आईपीसी हटाकर आरोपी द्वारा हत्या कारित करना पाए जाने पर धारा 302 आईपीसी विस्तारित कर घटना में प्रयुक्त बोलेरो वाहन एवं वाहन के दस्तावेज जप्त किए गए हैं। आरोपी को आज हत्या के अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी के सतत पर्यवेक्षण में हत्या के मामले का 24 घंटे के भीतर पटाक्षेप में चौकी प्रभारी रैरूमाखुर्द उप निरीक्षक मनीष कांत, सहायक उप निरीक्षक डेविड टोप्पो, अमृत मिंज, आरक्षक संतलाल पटेल और विजय राठिया की विशेष भूमिका रही है।