Nai aawazलैलुंगा

शाला प्रवेश उत्सव का साक्षी बनी विधायक लैलूंगा — क. गांधी बा.आ .वि. एवं सेजेस झगरपुर!

शिक्षा की ज्योति जब अंतर्मन को प्रज्वलित करती है तो मानव के विकास का मार्ग प्रशस्त होने लगता है।
यह स्थिति तब आती है जब बालक विद्यालय के दहलीज पर अपना कदम रखता है।
इसे चरित्रार्थ किया कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय और सेजेस हिंदी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झगरपुर के नवप्रवेशित बच्चों ने।
आज संयुक्त रुप से दोनों विद्यालय द्वारा शाला प्रवेश उत्सव मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मान.विधायक ‌लैलूगा – विद्यावती सिदार, विशिष्ट अतिथि मान. मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत लैलूंगा, माननीय तहसीलदार साहब लैलूंगा, ठंडा राम बेहरा, सरपंच झगरपुर, प्राचार्य, अधिक्षिका व अन्य पालकों के करकमलों से मां शारदा एवं छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा पर पूजा अर्चना से किया गया।
तत्पश्चात राज गीत सस्वर गान किया गया।
अतिथियों के स्वागतोपरांत कक्षा छठवीं एवं नवमीं के नवप्रवेशित बच्चों को अतिथियों के द्वारा चंदन टीका लगाकर सम्मानित किया गया।
इसी शुभ घड़ी में पुस्तक व गणवेश का वितरण किया गया।
कक्षा छठवीं, सातवीं, आठवीं, नवमीं, दसवीं ,ग्यारहवीं एवं बारहवीं के उत्कृष्ट बच्चों को ईनाम प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया।
कस्तूरबा गांधी विद्यालय में आवासित व सेजेस हायर सेकेण्डरी झगरपुर में अध्ययनरत उन छात्राओं को भी सम्मानित किया गया जो राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर खेल में विशिष्ट पहचान बनाकर संस्था का मान बढ़ाया व स्वयं को गौरवान्वित महसूस किया।
इसी अवसर पर छात्राओं द्वारा आओ स्कूल चले हम का स्वागत नृत्य व अन्य प्रेरणात्मक नृत्य की प्रस्तुति की गई।
तदोपरांत उद्बोधन के रूप में सभी सम्मानित अतिथियों द्वारा बच्चों को आशीर्वचन प्रदान किया गया। और प्रतिदिन शाला आने की सीख देते हुए जीवन को गढ़ने का गुर सिखाया गया।
इसी क्रम में वरिष्ठ व्याख्याता मालिकचंद भारद्वाज द्वारा शाला प्रवेश उत्सव संबंधी स्वरचित गीत गाकर बच्चों को रोज स्कूल आने और शाला में मिलने वाले लाभ का ज्ञानवर्धन कराया गया।
कार्यक्रम का समापन प्राचार्य डी एस सिदार जी के प्रेरणास्रोत उद्बोधन व आभार प्रदर्शन से किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी पालक -बालक व शिक्षक तथा माननीय अतिथि जनों को न्योता भोज कराया गया।
यह भोज कार्यक्रम अधिक्षिका ने अपने भाई-बहू के सुखमय दाम्पत्य जीवन में बंधने की खुशी में कराया गया।
जिनके उज्जवल भविष्य की कामना उपस्थित समुदाय ने तालियां बजाकर किया।

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