लैलूंगा/ अगर आप विदेशी शराब के शौकीन है तो आपको शराब दुकान जाने की कोई जरूरत नही है , क्यों कि आप लैलूंगा से लेकर ब्लॉक अंतर्गत कोई भी गाँव मे जा रहे है तो आप को आसानी से शराब हर गाँव के गली-मोहल्ले में आसानी से शराब उपलब्ध हो जाएंगे। शराब दुकान दरों और कोचियों की मिलीभगत से कही भी आपको शराब बहुत आसानी से मिल जाएगी।जिसके वजह से अपराध बढ़ने लगे हैं। युवा वर्ग से लेकर स्कूली बच्चे तक नशे के आदी हो चले हैं। बिगड़ते माहौल से सबसे ज्यादा महिलाएं परेशान हैं आसपास के गांवों में धड़ल्ले से अवैध रूप से विदेशी शराब की बिक्री जोरों से जारी है। लैलूंगा के हर ढाबा और होटलों में खुलेआम शराब बेची जा रही है। इसके चलते युवा पीढ़ी नशे की जाल में फंस रही है। सरकारी शराब दुकान में प्रति व्यक्ति को सीमित मात्रा में शराब देने का प्रावधान है तो फिर कोचियों के पास बड़े पैमाने पर विदेशी शराब कहां से पहुंच रही है।ग्रामीण इलाकों में शराब का सेवन बेहद आम बात है लेकिन नगरीय इलाकों में भी विदेशी शराब की खपत जमकर हो रही है।चाहे ग्रामीण इलाके हों या शहरी क्षेत्र,शराब का अवैध कारोबार जोरों से फलफूल रहा है। गली-मोहल्ले और ढाबा, होटलों ठेलों और गांव गांव में देशी विदेशी शराब की न केवल बिक्री की जा रही है बल्कि इनमें से कई ठिकानों पर शराब बेखौफ परोसी भी जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लैलूंगा शराब के दुकान दारो ने चंद पैसे कमाने के चक्कर मे विदेशी दारु का सप्लाई जोरो से की जा रही है। छत्तीसगढ़ सरकार ने आबकारी विभाग को नियम और शर्ते के सात नियमित जगहों का चयन कर के आहता का टेंडर प्रावधान में लाया गया है । लेकिन लैलूंगा विदेशी शराब दुकान के आहता टेंडर भी नही हुवा है । वैसे में खुले आम शराब दुकान के पास दुकान लगा कर चखना और शराब परोसा जा रहा है । जिससे राहगीरों सहित कॉलेज के लड़कियों को आने जाने में भारी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है । नगरीय प्रशासन बैठक में भी लैलूंगा के जनप्रतिनिधियों द्वारा शराब दुकान को अन्यत्रित जगह में ले जाने की प्रस्ताव किया गया था। परंतु आज पर्यंत तक शराब दुकान को नही हटाया गया है ।