कहा- हमें भी शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए, लंबे समय से की जा रही मांग!

रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने अपनी मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया। जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन में जमकर नारे लगाए और 8 सूत्रीय मांगो को लेकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर को आवेदन सौंपा। शुक्रवार की सुबह 11 बजे से शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी मिनी स्टेडियम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका इक्कठा होने लगी। यहां जिला स्तरीय एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित था। ऐसे में जिले भर से हजारों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका पहुंची और अपनी मांगो को लेकर आवाज बुलंद किया। उनका कहना था कि दूसरे विभाग के कामों में भी आगंनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाता है। जमीनी स्तर के हर काम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका कर रही हैं, लेकिन उसके बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं हो पा रही है। जिसके कारण अपनी मांगो को लेकर आंदोलन करना पड़ रहा है। ऐसे में 8 सूत्रीय मांगो को लेकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम आवेदन सौंप कर जल्द से जल्द समस्या का निराकरण करने की मांग की है।बताया जा रहा है कि अपनी मांगो को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने पूर्व में भी आंदोलन किया था। हर बार आश्वसन तो मिला, लेकिन उसके बाद भी मांग पूरी नहीं हो सकी। ऐसे में आज भी इनकी शासकीय कर्मचारी घोषित करने, मानदेय बढ़ाने समेत कई मांग अधूरा है।प्रदेश भर में हुआ धरना प्रदर्शन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका संघ की जिलाध्यक्ष अनिता नायक ने बताया कि आज प्रदेश के हर जिला में धरना प्रदर्शन किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में तकरीबन 6 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका कार्यरत हैं और शासन के हर काम को पूरा करते हैं। इसके बाद भी इनकी समस्याओं को दूर नहीं किया जा रहा है।यह है उनकी मांग आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं पिछले 35-40 वर्षों से कार्यरत हैं। छत्तीसगढ़ के सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं का नियमितिकरण करते हुए शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाना चाहिए।आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को प्रतिमाह 21000 रूपए तथा सहायिका को प्रतिमाह 17850 रूपए वेतन दिया जाए। सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन का लाभ दिया जाए। जिसमें कार्यकर्ता को प्रतिमाह 10 हजार रूपए और सहायिकाओं को 8 हजार रूपए प्रतिमाह पेंशन तथा ग्रेज्युटी की राशि एक मुश्त कार्यकर्ता को 5 लाख रूपए तथा सहायिकाओं को 4 लाख रूपए दिया जाए। भविष्य की सुरक्षा के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं को समूह बीमा योजना का लाभ दिया जाए।कार्यकर्ता, सहायिकाओं के उनके कार्य के दौरान असामयिक एवं आकस्मिक मृत्यु हो जाने की स्थिति में परिवार के एक सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति के माध्यम से नौकरी दिया जाए।मानेदय के साथ-साथ अनुपातिक महंगाई भत्ता का लाभ भी दिया जाए।लम्बे समय से कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पदोन्नति का लाभ बिना किसी परीक्षा के रिक्त पद पर लिया जाए एवं सहायिकाओं को कार्यकर्ता के रिक्त पद पर नि:शर्त पदोन्नत किया जाए। आंगनबाड़ी केन्द्रों के सभी हितग्राहियों के लिए गरम भोजन बनाने के लिए गैस सिलेण्डर एवं चूल्हा उपलब्ध कराया जाए तथा गैस आपूर्ति की निरंतरता की सुविधा प्रदान किया जाए। जिससे ईंधन के अभाव में भोजन प्रभावित न हो।








