वर्ष 2022 की अपेक्षा वर्ष 2023 में 29% अधिक की गई प्रतिबंधात्मक कार्यवाही
नशे के विरूद्ध अभियान का दिखा असर, पुलिस ने पकड़ी शराब की कई बड़ी खेप, जप्ती का ऑकडा हुआ लगभग 3 गुना !
मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों पर की गई कड़ी कार्रवाई,
वर्ष 2022 की तुलना में 10 गुना अधिक अवैध गांजा जप्त, भारी मात्रा में नशीली दवाओं की भी जप्ती!
साइबर क्राईम पर पुलिस का सीधा एक्शन पीड़ितों के 35.66 लाख रूपये कराया होल्ड
रायगढ़/नई आवाज – अपराधों पर लगाम लगाना और अमन चैन कायम रखना जिला पुलिस की प्राथमिकता है । जिले की लगातार बढ़ती आबादी और वाहनों की बढ़ती संख्या के बीच रायगढ़ पुलिस अपने विभिन्न जागरूकता अभियान और कानूनी कार्यवाही से अपराध नियंत्रण स्थापित करने में सफल हुई है । वर्ष 2023 में संपूर्ण रायगढ़ जिले के विभिन्न स्थानों में *कुल 6561 अपराध दर्ज* किए गए जिसमें 5789 प्रकरणों का निकल हुआ, 778 मामले लंबित है । इस प्रकार निकाल 88.14% रहा है । गंभीर प्रकरणों में इस वर्ष 653 मामले दर्ज हुए जिसमें केवल 91 प्रकरण ही विवेचना में हैं। गत वर्ष 2022 की तुलना में वर्ष 2023 में दर्ज अपराध, निराकरण और आने वाले वर्ष 2024 की रायगढ़ पुलिस की कार्य योजना –
अपराध और उनका निराकरण*-
वर्ष 2023 में सम्पत्ति संबंधी अपराध लूट/डकैती में पुलिस को अप्रत्याशित रूप से सफलता मिली है । जिले में हुई एक्सिक बैंक डकैती अब तक सभी के जहन में है, जिसमें पुलिस ने रिकार्ड समय में डकैतों को गिरफ्तार कर ₹5.62 करोड रूपये बरामद किया । इस साल डकैती के 3 मामलों में सभी में आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान किया गया है । लूट के अपराधों में भी कमी देखी गई है पिछले वर्ष जहां 28 लूट के प्रकरण कायम हुए थे जो इस वर्ष घटकर 14 है । चोरी/नकबजनी के मामलों में भी पिछले साल की तुलना में कमी आयी है, पिछले साल कुल चोरी/नकबजनी के 719 मामले थे जो इस वर्ष घटकर 638 हैं । इस साल संपत्ति संबंधी अपराधों में रिकवरी 72% रहा ।
ऑपरेशन मुस्कान के तहत पुलिस ने अभियान चलाकर विभिन्न थानाक्षेत्र से इस साल गुम हुये 112 नाबालिगों में से 106 नाबालिगों को ढूंढ निकाला है, जिसमें कई नाबालिगों को पुलिस टीमें दूसरे प्रांत से सकुशल वापस रायगढ़ लायी, गुम बच्चों की दस्तयाबी 95% रही । इसी प्रकार वर्ष 2023 में गुम हुये 498 महिला/पुरूष को पुलिस ने विभिन्न थानाक्षेत्र से खोज कर उनके अपनों से मिलाया गया है ।
महिला संबंधी अपराधों के समयसीमा में निराकरण के निर्देश हैं, इन अपराधों की निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है । जिले के विभिन्न थानों में इस वर्ष दुष्कर्म के 130 प्रकरण दर्ज किये गये हैं, इनमें कई प्रकरणों में रिकार्ड समय में आरोपी को गिरफ्तार कर चालान न्यायालय पेश किया गया, अब तक 113 प्रकरणों में चालान पेश किये जा चुके हैं, साथ ही इन मामलों की पीड़िता को क्षतिपूर्ति राशि दिलाने जाने की कार्यवाही भी की गई है । वर्ष 2022 में भी दुष्कर्म के 130 मामले सामने आये थे ।
हत्या के दर्ज अपराधों में भी कमी है, वर्ष 2022 में हत्या के 68 प्रकरण दर्ज थे जो इस साल घटकर 63 मामले दर्ज किये गये हैं । इनमें कई अंधे कत्ल के मामले जैसे- नेतनागर में महिला, बच्ची की अधजली लाश का मिलना, मनीष पंडा हत्या, दियागढ़ गोलीकांड, चिराईपानी में 11 वर्षीय बालक की हत्या के मामले में साइबर सेल और पुलिस टीमों ने बड़ी सूझबूझ से आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया ।
गांजा तस्करों पर हुई बड़ी कार्यवाही-
जिले में साल भर अवैध शराब और मादक पदार्थों पर अभियान चलाकर कार्यवाही किया गया पिछले साल (वर्ष 2022) जहां 17 मामलों में 55 किलो अवैध गांजा की जप्ती की गई थी । वहीं इस वर्ष 2023 में 40 प्रकरणों में लगभग 10 गुना ज्यादा 505 किलो गांजा जप्त किया गया है । इसी प्रकार पिछले साल नशीली दवाओं पर कार्यवाही कर 693 नग प्रतिबंधित सिरप/कैप्सूल/इंजेक्शन को जप्त किया गया था । इस वर्ष – 3114 नग प्रतिबंधित सिरप/कैप्सूल/टेबलेट जप्त कर इन मामलों में आरोपियों को एनडीपीएस एक्ट में जेल भेजा गया है ।
अवैध शराब के विरूद्ध वृहद अभियान-
पुलिस ने अवैध शराब पर वृहद रूप से जन जागरूकता चलाया गया, प्रत्येक गांव में “पुलिस जन चौपाल” लगाकर ग्रामीणों को अवैध शराब की सूचनाओं देने प्रेरित किया गया जिससे अवैध शराब के मामलों में पिछले वर्ष की तुलना में बेहद अधिक अवैध शराब की जप्ती की गई है । पिछले साल जहां 3214 लीटर देश/विदेशी एवं महुआ शराब की जप्ती की गई थी जो 3 गुना बढ़कर इस वर्ष 8693 लीटर अवैध शराब की जप्ती की गई है । प्रकरणों में भी बढोत्तरी है वर्ष 2022 में 2059 प्रकरण तो वहीं इस वर्ष 2260 प्रकरण अवैध शराब के बनाये जा चुकें है ।
प्रतिबंधक कार्यवाही में 29% की रिकार्ड बढोत्तरी-
अपराधों में कमी लाने थानों में झगड़ा, मारपीट की प्राप्त होने वाली शिकायतों पर प्रतिबंधक कार्यवाही पर पुलिस विशेष ध्यान देती है पिछले वर्ष साल कुल 7196 प्रकरण विभिन्न प्रतिबंधक धारों पर कार्यवाही की गई थी जो इस वर्ष बढ़कर 9271 की जा चुकी है जिसके फलस्वरूप गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष करीब 29% की बढ़ोतरी है ।
अपराधों में कमी लाने थानों में झगड़ा, मारपीट की प्राप्त होने वाली शिकायतों पर प्रतिबंधक कार्यवाही पर पुलिस विशेष ध्यान देती है पिछले वर्ष साल कुल 7196 प्रकरण विभिन्न प्रतिबंधक धारों पर कार्यवाही की गई थी जो इस वर्ष बढ़कर 9271 की जा चुकी है जिसके फलस्वरूप गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष करीब 29% की बढ़ोतरी है ।
*सड़क दुर्घटना में कमी लाने जागरूकता और कार्यवाही जारी
*सड़क दुर्घटना में कमी लाने जागरूकता और कार्यवाही जारी
– जिला पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए जिला प्रशासन, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं परिवहन विभाग के साथ मिलकर तमाम आवश्यक कार्यवाही की जा रही है । साथ ही जन जागरूकता एवं मोटर व्हीकल एक्ट की कार्यवाही भी समानांतर रूप से जारी है, पिछले साल 22,729 वाहनों पर चालानी कर ₹95,29,400 और इस वर्ष 23,086 वाहनों पर चालानी कर ₹94,37,700 जुर्माना किया गया है। मोटर व्हीकल एक्ट पर लगातार कार्रवाई से गत वर्ष की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में अल्प कमी देखने को मिला है । वर्ष 2022 में 623 सड़क दुर्घटनाओं में 307 जनहानि हुई और 483 व्यक्ति घायल हुये । वहीं इस साल 616 सड़क दुर्घटनाओं में 316 व्यक्तियों की मौत और 544 व्यक्ति घायल हुये । सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने थानों की पेट्रोलिंग, डॉयल 112 के रिस्पांस टाईम को बेहतर करने समय-समय पर मीटिंग लेकर पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है जिससे इस वर्ष सड़क दुर्घटना से जनहानि में कमी देखी गई है ।
– जिला पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए जिला प्रशासन, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं परिवहन विभाग के साथ मिलकर तमाम आवश्यक कार्यवाही की जा रही है । साथ ही जन जागरूकता एवं मोटर व्हीकल एक्ट की कार्यवाही भी समानांतर रूप से जारी है, पिछले साल 22,729 वाहनों पर चालानी कर ₹95,29,400 और इस वर्ष 23,086 वाहनों पर चालानी कर ₹94,37,700 जुर्माना किया गया है। मोटर व्हीकल एक्ट पर लगातार कार्रवाई से गत वर्ष की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में अल्प कमी देखने को मिला है । वर्ष 2022 में 623 सड़क दुर्घटनाओं में 307 जनहानि हुई और 483 व्यक्ति घायल हुये । वहीं इस साल 616 सड़क दुर्घटनाओं में 316 व्यक्तियों की मौत और 544 व्यक्ति घायल हुये । सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने थानों की पेट्रोलिंग, डॉयल 112 के रिस्पांस टाईम को बेहतर करने समय-समय पर मीटिंग लेकर पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है जिससे इस वर्ष सड़क दुर्घटना से जनहानि में कमी देखी गई है ।
साइबर क्राईम पर फोकस–
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बढ़ते साइबर अपराधों में कमी लाने की ओर जिला पुलिस का फोकस रहा, लगातार पुलिस टीमें जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से साइबर क्राइम के प्रति लोगों को जागरूक कर रही है । साइबर सेल की टीम द्वारा साइबर क्राईम से पीड़ित हुये लोगों की शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल ठगी रकम को होल्ड कराया जाता है और उन्हें ठगी रकम वापस दिलाने में मदद करती है । साइबर सेल की टीम द्वारा इस वर्ष विभिन्न शिकायत पत्रों पर कार्यवाही करते हुए 35.66 लाख रूपए ठगों तक जाने से रोक कर बैंक में होल्ड कराया गया है । साइबर सेल की तत्परता से माननीय न्यायालय द्वारा 5,87,784 रूपये पीड़ितों को रिलीज किया जा चुका है ।
बढ़ते साइबर अपराधों में कमी लाने की ओर जिला पुलिस का फोकस रहा, लगातार पुलिस टीमें जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से साइबर क्राइम के प्रति लोगों को जागरूक कर रही है । साइबर सेल की टीम द्वारा साइबर क्राईम से पीड़ित हुये लोगों की शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल ठगी रकम को होल्ड कराया जाता है और उन्हें ठगी रकम वापस दिलाने में मदद करती है । साइबर सेल की टीम द्वारा इस वर्ष विभिन्न शिकायत पत्रों पर कार्यवाही करते हुए 35.66 लाख रूपए ठगों तक जाने से रोक कर बैंक में होल्ड कराया गया है । साइबर सेल की तत्परता से माननीय न्यायालय द्वारा 5,87,784 रूपये पीड़ितों को रिलीज किया जा चुका है ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार द्वारा पुलिसिंग में नवाचार के कई सफल प्रयोग कर जिले की पुलिसिंग को और मजबूत किया गया है । उन्होंने लाइन ऑर्डर और अपराधों के इन्वेस्टिगेशन को अलग-अलग कर अपराध के शिकार हुये लोगों को त्वरित रूप से न्याय दिलाने को अपनी प्राथमिकता में रखा जिसके लिये सभी अफसरों को पीड़ित की शिकायत या रिपोर्ट पर तत्काल विधि सम्मत कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं । जिला पुलिस द्वारा वर्ष 2023 की कार्यवाही की समीक्षा की गई है । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार द्वारा अपनी टीम को अनुशासित रहकर जिले की पुलिसिंग को और बेहतर बनाने की दिशा में नई कार्ययोजना और उर्जा के साथ कार्य करने निर्देशित किया गया है ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार द्वारा पुलिसिंग में नवाचार के कई सफल प्रयोग कर जिले की पुलिसिंग को और मजबूत किया गया है । उन्होंने लाइन ऑर्डर और अपराधों के इन्वेस्टिगेशन को अलग-अलग कर अपराध के शिकार हुये लोगों को त्वरित रूप से न्याय दिलाने को अपनी प्राथमिकता में रखा जिसके लिये सभी अफसरों को पीड़ित की शिकायत या रिपोर्ट पर तत्काल विधि सम्मत कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं । जिला पुलिस द्वारा वर्ष 2023 की कार्यवाही की समीक्षा की गई है । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार द्वारा अपनी टीम को अनुशासित रहकर जिले की पुलिसिंग को और बेहतर बनाने की दिशा में नई कार्ययोजना और उर्जा के साथ कार्य करने निर्देशित किया गया है ।