रायगढ़ / जहां एक ओर कलेक्टर कार्तिकेय गोयल और पुलिस अधीक्षक द्वारा लगातार महुआ शराब और अवैध कार्यों पर कार्यवाही की जा रही है और खासकर उन ग्रामीण क्षेत्रों में जो हाथी प्रभावित है ,महुआ शराब के लिए पूर्णत प्रतिबंधित है ऐसे में छाल थाना क्षेत्र के बोजिया पंचायत के जन प्रतिनिधि अपने ग्राम पंचायत में खुलेआम महुआ शराब विक्रय करवा रही है। जिसके कारण आए दिन शराब के नशे में वहां कई खून खराबा व मार पिटाई के मामले सामने आते रहे हैं। ऐसा नहीं कि मामला थाने वालों की नजर से छुपी है , न जाने छाल थाने वालों का उसे ग्राम पंचायत में कार्यवाही करने से हाथ पांव फूलते हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का थाने पर दबाव बताया जाता है। बीती रात फिर एक घटना बोजिया पंचायत रामनगर बस्ती में शराब बनाने को लेकर हुई मारपीट की घटना जब सुबह शिकायत पर छाल थाना के स्टाफ द्वारा मौका पर गए थे, धर्मजयगढ़ जनपद उपाध्यक्ष रमेश अग्रवाल और बोजिया सरपंच मानमोती बाई राठिया और उनके पति नंदू द्वारा मौके पर जाकर पुलिस को वापस भेज दिया गया वही इसका वीडियो बनाने पर महिला पत्रकार अनिता गर्ग के मोबाइल को सरपंच द्वारा छीन लिया गया और बोला गया की हमारे गांव का मामला है तुम लोग यंहा से जाव शराब कोई बंद नही करा सकता ना पुलिस ना कोई प्रेस । यहां के लोगों का शराब बेचकर रोजी-रोटी चलता है। अब आप अंदाजा लगा लीजिए जिस ग्राम पंचायत के सरपंच जनप्रतिनिधि खुद शराब बनवा बिक्री करवाते हो उसे ग्राम पंचायत का भविष्य क्या हो सकता है। जहां एक ओर छाल थाना अंतर्गत कई ग्राम पंचायतों में महिलाओं ने अपने ग्राम पंचायत को नशा मुक्त किया। वही मानमोती राठिया द्वारा उनका रोजी-रोटी बता उन्हें बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसी महिला सरपंच समाज के लिए बदनुमा धब्बा साबित हो रही है, जो आगे चलकर नशे की हालत में किसी बड़ी घटना को आमंत्रण दे रहा है।