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बेमौसम बारिश में ढ़ह रहा प्रधानमंत्री सड़क, पढ़िए पूरी खबर…!

धरमजयगढ/नई आवाज – सड़कों में सबसे अहम सड़क योजना प्रधानमंत्री सड़क योजना है, जो मुख्य मार्ग से छोटे से छोटे गांवों तक पहुंचाने में कारगर साबित हो रही है।प्रधानमंत्री सड़क योजना के माध्यम से लोग आसानी से सही सड़कों के माध्यम से अस्पतालों और अन्य कामों के स्थल पर पहुंचने का मार्ग है यह योजना ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने में कारगर साबित होने वाली है साथी टूटी फूटी सड़कों की मरम्मत का कार्य भी किया जाता है।
लेकिन वहीं दूसरी ओर निर्माण कर्ता द्वारा अपनी स्वार्थ के लिए सड़क की घटिया गुणवत्ताविहीन निर्माण करो लाखों कमाओ के उद्देश्य से सड़क निर्माण करता है। और इस घटिया गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य पर PMGSY के आलाधिकारियों को भी निर्माण कार्य के दौरान कोई फ्रिक नहीं है। जिससे ठेकेदारों द्वारा बेखौफ होकर कार्य को अंजाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ते है।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां पर महज पांच साल बीतने पर सड़क अपनी दुर्दशा बंया कर रही है।


हम बात कर रहे हैं, धरमजयगढ विकासखण्ड के धरमजयगढ कापू मुख्य मार्ग से खम्हार से धौराभाठा तक महज 4 किलोमीटर बने प्रधानमंत्री सड़क का,जो निर्माण अवधि के महज पांच साल बाद ही सड़क की दशा देख आने जाने वाले ग्रामीणों को चिंता सता रही है। क्योंकि आपको बता दें,सड़क से लेकर सड़क में बने रिंग लगा पुलिया बेमौसम बारिश से ही ढ़हने लगी है। बता दें,रिंग पुलिया निर्माण की दशा को देखकर आप अंदाजा लगा सकते है, कि रिंग डालने के बाद उसके ऊपर प्लास्टिक का बोरा लगाकर ऊपर में मिट्टी डालकर सड़क निर्माण की घटिया गुणवत्ताविहीन निर्माण की गई है।फिर मजबुती निर्माण कैसे होगी। वहीं सड़क धंस कर खोखला हो गई,कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
बता दें, यह सड़क धौराभाठा के अलावा,बेंदोनारा, धनपुरी,साजापाली,सिसरिंगा को एवं नजदीकी दुलानगर, गनपतपुर, गांवों को जोड़ने का मार्ग है।

लोग बोले-कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना:-

स्थानीय निवासी अन्नुलाल , जोगेन्दर, कांशीराम, संदीप अगरिया, एवं अन्यों का कहना है कि पुलिया के क्षतिग्रस्त होने के कारण यहां आए दिन छोटी घटनाएं संभावना बनी रहती है। समय रहते यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। आगे उन्होंने कहा संबंधित विभाग यदि इसका ध्यान दे तो संभावित हादसे को टाला जा सकता है।

स्थानीय लोगों का कहना है, कि अब तक तो यहां कुछ छोटी दुर्घटनाएं ही हुई हैं। गनीमत है कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है। मगर जिम्मेदारों की चुप्पी देखकर ऐसा लगता है कि, उन्हें किसी बड़े हादसे का इंतजार है। टूटी पुलिया के कारण कोई बड़ा हादसा हो और फिर जिम्मेदार नींद से जागें। लोगों ने जल्द से जल्द टूटी सड़क एवं पुलिया की मरम्मत एवं की मांग की है।

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