उप स्वास्थ्य केन्द्र पेलमा में क्लिनिक खोल कर बैठी एएनएम,पैसा लेकर करती है,इलाज!
धरमजयगढ । नई आवाज – रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ क्षेत्र में आए दिन भ्रष्टाचार के नए-नए मामले उजागर होते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला पेलमा के शासकीय आरोग्य अस्पताल से सामने आया है। ग्रामीणों ने बताया कि आरोग्य अस्पताल पेलमा में पदस्थ एनएम फ्लोरेंसिया तिर्की ईलाज के बदले रकम की मांग करती है। इसी के साथ वह अस्पताल में उपस्थित रहती है, पर मरीजों का ईलाज नहीं करती। जब कोई मरीज ईलाज के लिए जाते है तब एएनएम के पति द्वारा मरीज को डॉट फटकार लगाकर भगा दिया जाता है, जिसके चलते मरीजों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों एवं गांव एक पीड़ित महिला ने बताया की एक दिन दुर्घटना के कारण उसका पैर कट गया था। तब वह ईलाज कराने आरोग्य अस्पताल पेलमा पहुंची। दरवाजा बंद होने के कारण कई बार दरवाजा खटखटाया तब एनएम के पति ने दरवाजा खोल मरीज के आने का कारण पुछा और नर्स अस्पताल में नहीं है, कहकर मरीज को वापस जाने को कह दिया। तब पीड़ित ने कहां की मलहम ही दे दो पर नर्स के पति ने कह दिया की नहीं है। जाओ ईलाज करवाना है, तो जमरगा चल दो। एनएम के पति यह बात कह रहे थे। उस वक्त एएनएम अंदर ही मौजूद थी। जब इस सम्बन्ध में हमने एएनएम फ्लोरेंसिया तिर्की से पुछा तब उन्होंने कैमरे पर उस दिन ईलाज नहीं करने से लेकर दवाइयों के पैसे लेने तक सारी बातें उनके द्वारा कबूल किया गया है।
लेकिन सवाल यह उठता है, कि एक तरफ सरकार द्वारा हर शासकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या उप स्वास्थ्य केंद्र में किसी भी तरह के रोगी का ईलाज मुफ्त में करना है, वहीं दूसरी तरफ उसी विभाग के कर्मचारियों द्वारा मरीजों से रूपए लेकर इलाज कर रहे हैं, आखिर क्यों?? वहीं ग्रामीणों ने मीडिया को बताया सहाब इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों के लोग झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करवाने के लिए विवश हो जाते हैं। और कहा “तरबुज चाकू पर गिरे,या फिर चाकू तरबुज पर”क्योंकि कटना तो तरबुज को है, सहाब!
वहीं इस सम्बन्ध में जब बीएमओ डॉ भगत से बात की गई तब उन्होंने साफ कह दिया की उन्हें इस सम्बन्ध में कोई जानकारी नहीं। अब देखना यह है, कि इस मामले में चिकित्सा विभाग क्या कार्यवाही करते हैं।