धरमजयगढ़ और घरघोड़ा ब्लॉक के सरहदी क्षेत्र में स्थित पुल ने गुड़वत्ता विहीन निर्माण कार्य और संबंधितों की निष्क्रियता को एक बार फिर से सामने लाकर रख दिया है।यहां यह बताना लाजमी है कि यह वही पुल है जो सड़क जाम को लेकर इससे जुड़े ठेकेदार इंजीनियर और संबंधित अधिकारी मीडिया के सुर्ख़ियों में रहे हैं ।
बता दें,जैसे तैसे नागदरहा व कुड़ुमकेला बीच नवनिर्माण पुल का निर्माण किया जा रहा है।जिसकी खबरे लगातार आती रही है हालही में पुल के किनारे वैकल्पिक बतौर मार्ग बनाया गया था जो हर बार धसता टूटता रह गया जिसमे लोगों को सड़क जाम जैसी भयंकर समस्या से जूझना पड़ा है इस बात को शायद ज्यादा समय नही हुआ है,हाल ही की बात है संबंधित विभाग के ठेकेदार इंजीनियर व अधिकारी बार-बार मौके पे नजारा कर सड़क और पुल को नजाने किस तरह से निर्माण करा रहे थे या फिर समय खराब था।
आए दिन ट्रकें फंस रही थी और लोग परेशान थे।
फिर वही कहानी सामने आई आ रही है।जिम्मेदारों द्वारा पुल सड़क सोल्डर में महज गिट्टी और मिट्टी डालकर छोड़ दिए है।नतीजतन वजनी गाड़िया फंस रही हैं आवागमन बाधित हो रहा है। आपको बता दें,बीते कल करीब 6 घंटे सड़क में जाम की स्थिति बनी रही ट्रक का एक पहिया पुल के ऊपर सड़क के उसी गिट्टी मिट्टी में दब गया और ट्रक सड़क और पुल के बीच लटक गया गनीमत इस हादसे में चालक बच गया ।
इस हादसे के बाद सड़क एक बार फिर पूर्व की भांति जाम हो गई और जाम में फंसे लोग घंटो परेशान होते रहे।वहीं सड़क में बाईक सवार अपनी गाड़ीयों को निकालने के फिराक मे गिरते पड़ते नजर आए लेकिन बड़ी विडंबना संबंधित जिम्मेदार समय पर नज़र नही आए और मुख्य मार्ग घंटो जाम रहा।
ऐसे में बड़ा सवाल आखिर यह पुल कब तक दोहराती रहेगी वही कहानी ,वही सरहद ,वही जुबानी ठेकेदार का चला मनमानी?