धरमजयगढ़ अंतर्गत सभी पंचायतों में से कुछ पंचायत को छोड़ दें,तो बाकी पंचायतों में सरकार की जनहितकारी योजनाओं का क्या हाल है यह शायद बताने की जरूरत नही बिल्कुल साफ है ।
आज हम बात करेंगे धरमजयगढ़ क्षेत्र के पोटिया ग्राम पंचायत की जहाँ ग्रामीणों के मुताबिक चाहे फिर मनरेगा मद हो या फिर पंचायत स्तर का अन्य और कोई मद विकास नाम की चिड़िया पोटिया ग्राम पंचायत में ग्रामीणों के मुताबिक नही चहक रही है। जो बड़ी चिंतनीय विषय है ये और बात है कि संबंधित जनप्रतिनिधि विकास की गाथा गा रहे हैं।लेकिन जमीनी हकीकत लोगों के मुताबिक कुछ और ही हैं जो कहीं न कहीं दुखद एवं चौकाने वाली है।
5 सालों के भीतर पोटिया पंचायत में जनहितार्थ की नजरिये से देखा जाए तो जरूरत के मुताबिक विकास कार्य का नाम नही है।
लोग अभी भी गांव में शुद्ध पेयजल स्वच्छता एवं सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए बाट जोह रहे हैं ।
हालांकि पंचायत के नुमाइंदों के अनुसार गांव में 5 सालों के भीतर वह सभी कार्य हुए हैं जिनकी जनता को इंतजार था ।
परंतु जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल हटकर ही नजर आ रहा है जो बड़ी बात है।









