धरमजयगढ। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सरस्वती सायकल योजना के तहत 9 वीं से 12 वीं तक के छात्राओं को सायकल वितरण किया जाता है। लेकिन धरमजयगढ़ विकासखण्ड में सरकार के महत्वपूर्ण योजना को भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ाया जा रहा है। छात्राओं को बांटे जा रहे सायकल चलाने योग्य नहीं, 21 अगस्त को धरमजयगढ़ कन्या हाई स्कूल के छात्राओं को इस योजना के तहत सायकल वितरण किया गया है,।
लेकिन विडंबना देखिए कि सायकल इतना घटिया है कि इसे बच्चे चला नहीं पा रहे हैं,धक्का मारकर किस तरह ला रहे हैं। इस संबंध में स्कली बच्चों से पूछने पर कि सायकल क्यों नहीं चला रहे हैैं तब बताये कि सायकल में पैडल, चक्के में हवा नहीं है तो कैसे चलाये, तब हमने पूछा कि ऐसा सायकल क्यों लाये बदल लेना था, तब स्कूली छात्राओं ने जवाब दिया कि नहीं ऐसा नहीं है कि आप छांट कर सायकल लो आपको नंबर के हिसाब से सायकल लेना है चाहे जैसा भी रहे। इनकी बात सुनकर हमारे टीम द्वारा विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी रवि सारथी से जानकारी लेने उनके कार्यालय पहुंचे, तब उन्होंने ने बताया कि हमारे द्वारा 1506 सायकल की मांग किया गया था, उसमें से 1076 सायकल मिली है। हमारे द्वारा घटिया सायकल पर सवाल करने पर बीईओ ने बताया कि ऐसा नहीं है सायकल घटिया है, दूर से आने के कारण एकाद सायकल का हवा खुल गया होगा। जब हमने बताया कि साहब ऐसा नहीं है आप खुद जाकर देख लीजिए एक भी सायकल चलने लायक नहीं है, तब साहब जी कुछ भी नहीं बोलते हुए बस इतना कहा कि प्राचार्य को ध्यान देना चाहिए। तब हमने फिर बीईओ से जवाब किया कि क्या सायकल फिटिंग होते समय आपके द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया था? तब जवाब आया कि नहीं हमने तो एक का ड्यूटी भी लगाया था। मॉनिटरिंग करने के लिए, लेकिन पता नहीं ऐसा कैसे हो गया। इससे साफ पता चलता है,कि धरमजयगढ विकासखंड में घटिया सायकल स्कूली बच्चों को बांटकर यहां के जिम्मेदार अधिकारी द्वारा साय सरकार को किस तरह से सांय-सांय कैसे बदनाम करने में लगे हुए हैं।