धरमजयगढ़। धरमजयगढ़ नगरपंचायत अंतर्गत दमास में मलका रिन्युवल एनर्जी प्राईवेट लिमिटेड सिकंदराबाद द्वारा मांड प्रोजेक्ट द्वारा 8 मेगावॉट बिजली उत्पादन का कार्य चल रहा है जिसमें केनाल का कुछ कार्य मेसर्स मुस्कान अग्रवाल पत्थलगांव को पेटी ठेका में दिया गया है । जहां 3 अक्टूबर गुरुवार को मलका कंपनी की लापरवाही से डंफर वाहन पलटने से ड्राइवर बैजनाथ कोल उम्र 46 वर्ष सकिन-बरदी, थान – चतरंगी, जिला-सिंगरौली, मध्यप्रदेश की जान चली गई।घटना होने के बाद तत्काल मृतक बैजनाथ कोल को सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ लाया गया जिसके बाद वही परिजनों के नहीं होने की वजह से परिजन आने के बाद शुक्रवार सुबह मृतक बैजनाथ का पोस्टमार्टम किया गया वही मृतक भाई रामशरण कोल जीजा महेश कोल और भांजा हंसराम कोल द्वारा धर्मजयगढ़ थाना जाकर मार्ग इंटीमेशन दर्ज कराया गया जिसमें साफ तौर से लेखा गया की मृतक बैजनाथ कोल के वाहन के सामने मवेशियों के आने से वाहन पलट गई वही वाहन में दबने से चालक बैजनाथ कोल की मृत्यु हो गई । जिसके बाद मेसर्स मुस्कान अग्रवाल द्वारा तत्काल शव वाहन बुलाकर सिंगरौली भेज दिया गया उन्हें कुछ बोलने ओर समझने का मौका नहीं दिया गया जिससे मृतक के परिजनों के मन में मलका कंपनी ओर ठेकेदार मुस्कान अग्रवाल प्रति कई प्रकार का शंका जाहिर हो रहा था।हादसा में आया नया मोड़ आखिर चालक कौन…..?
आपको बता दें, 7 अक्टूबर को धरमजयगढ़ थाना में इस घटना को लेकर एफ.आई.आर. दर्ज किया गया जिसमे ड्राइवर भूपेंद्र कुमार भगत पिता सतानंद भगत उम्र 37 वर्ष निवासी खरकट्टा थाना पत्थलगांव के विरुद्ध धारा 160(1) BNS के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया वही जब इसकी जानकारी जैसे ही परिजनों को हुई तो उनका कहना की हमें पहले से मुस्कान अग्रवाल के ऊपर शंका था जब वो बार बार हम लोगों से मृतक बैजनाथ का ड्राइविंग लाइसेंस मांग रहा था जब हम बोले कि लाइसेंस आपके पास है आप लाइसेंस लेकर ही तो काम पर रखे थे हमारे पास कहा से होगा बैजनाथ के समान में भी हमें लाइसेंस नहीं मिला कही इंश्योरेन्स क्लेम नहीं होने की वजह से तो पुलिस एफ.आई.आर. में ड्राईवर बदला तो नहीं गया बड़ा सवाल….?
वहीं रोहित श्रीवास्तव मलका प्रोजेक्ट मैनेजर बात करने पर बताया कि मृतक बैजनाथ के सात छोटे छोटे बच्चे है जिसके लिए मेरे द्वारा उनके परिजनों को जब तक उनके बच्चे छोटे है उन्हें पंद्रह हजार रुपए पालन पोषण के लिए दूंगा जब तक वो बड़े नहीं हो जाते मैने उनके परिवार वालों को यह लिखकर दिया है। वही मेरे ही वकील द्वारा बीमा क्लेम कर भुगतान राशि मुआवजा के तौर पर बच्चों के दिलाया जाएगा।महेश राम (मृतक का जीजा) से हमारे संवाददाता द्वारा फोन के माध्यम से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि कंपनी द्वारा मृतक बैजनाथ का ड्राइविंग लाइसेंस मांगा गया था जिसके बाद ही वे कुछ मुआवजा राशि देंगे बोले थे, जबकि बैजनाथ का ओरिजनल ड्राइविंग लाइसेंस मुस्कान अग्रवाल के पास है तो मैं कहा से लाइसेंस लाकर दूं, अब मुझे जानकारी मिली कि पुलिस एफ.आई.आर. में ड्राईवर भूपेंद्र कुमार भगत को बनाया गया है जिससे हमलोगों को रोहित श्रीवास्तव और मुस्कान अग्रवाल के ऊपर से भरोसा उठ गया है हम कुछ दिन में मलका कंपनी आयेंगे और हमें इंसाफ नहीं मिला तो आगे की कार्यवाही करेंगे।
और वहीं मुस्कान अग्रवाल ( पेटी ठेकेदार) :- मुझे घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है मै कुछ नहीं बोल सकता आप मलका कंपनी के जी.एम. रोहित श्रीवास्तव से बात करिए ।