धरमजयगढ़ – पूरे छत्तीसगढ़ में वन विभाग के आंकड़ों को देखे तो लगभग 300 से 320 जंगली हाथियों की मौजूदगी है वही रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वनमण्डल में ही 143 जंगली हाथी विचरण कर रहे है जो की छत्तीसगढ़ के पूरे हाथियों की संख्या का लगभग आधा है।वर्तमान में नवरात्रि ओर दशहरा त्यौहार का समय चल रहा है क्षेत्र के गांव में माता का जगराता, डांडिया, जशगीत जैसे प्रोग्राम चल रहे है जिससे शाम रात ग्रामीण जंगल भरे रास्ते से होकर जाते है जिससे कभी भी जंगली हाथियों से सामना हो सकता है जिससे लोगों को सावधानी बरतने किं जरूरत है।आपको बता दें त्यौहार के समय लोगों का आवागमन काफी ज्यादा है वही धर्मजयगढ़, छाल,बोरो,कापु और बाकारूमा रेंज में जंगली हाथी गांव और मुख्य मार्ग किनारे विचरण करते नजर आ रहे है। जिसे लेकर वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और हाथी मित्र के दलों द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है जिससे कि कोई अप्रिय घटना ना हो वहीं ग्रामीणों को समझाइश भी दिया जा रहा है, वहीं बालगोविंद साहू (उप वनमण्डलाधिकारी) ने कहा,अपनी जान जोखिम में डालकर रात के समय आवागमन ना करे और हाथियों को ना छेड़छाड़ करे, अपनी सुझाव ही आपका बचाव है, और किसी तरह की हाथी आने की खबर मिलते ही हमारे वनविभाग की टीम को पहले सुचित करें।