पत्थलगांव/जशपुर – जशपुर जिले के पत्थलगांव क्षेत्र के तमता के प्रसिद्ध पहाड़ मेले में लोगों की भरपूर भीड़ उमड़ी थी।
आपको बता दें, तमता पहाड़ में मेले का आयोजन,हर वर्ष के पौष पूर्णिमा पर आयोजित की जाती है। इस वर्ष सबसे अधिक यानी कि तीन दिनों के इस मेले में, लगभग 8 लाख से ज्यादा लोगों ने पहाड़ देवता के दर्शन करके अपनी मनोकामनाएं पूरी करने का आशीर्वाद मांगते नजर आये।
तमता का केसलापाठ पहाड़ लोगों की आस्था का मुख्य केंद्र है, और यहां प्रतिवर्ष तीन दिवसीय मेला होता है। गाँव वालों के मान्यता अनुसार पौष मास की पूर्णिमा के दूसरे दिन राक्षस का अंत हुआ था, और ग्रामीणों ने इस मौके पर पहाड़ पर राक्षस के लिए भेजी गई रोटियों का आनंद लिया, जिससे उन्हें आतंक मुक्ति मिली और खुशियां मनाई गईं। इस परंपरा ने मेले को अपनाया, और अब तक यह प्रतिवर्ष पौष पूर्णिमा के दूसरे दिन चंदागढ़ और आसपास के लोगों को एकत्र करता है, जहां वे पूरे परिवार के साथ रोटी खाते हैं और आसुरी शक्तियों के आतंक से मुक्ति पाकर नए जीवन का आगमन मनाते हैं।
यहां यह भी मान्यता है कि केसलापाठ की आराधना से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। हर वर्ष लाखों के संख्या में श्रद्धालु यहां आकर रोगों से मुक्ति, सुख-शांति और संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मांगते हैं। सरपंच उतरा बाज ने बताया कि इस वर्ष भी यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है, और उन्होंने सुनाया कि सुरक्षा के भी ठोस व्यवस्थाएं की गई हैं।