धरमजयगढ/नवापारा – केंद्र सरकार की भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत कई सड़के बन रही है एक सड़क रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ से भी गुजर रही है जिसमे बिलासपुर, उरगा, पत्थगांव के बीच 155 किमी का सड़क निर्माण कार्य होना है जिसमें बिलासपुर से उरगा में सड़क निर्माण कार्य जोरों से चालू है वहीं धरमजयगढ़ क्षेत्र में भी दिलीप बिल्डकान कंपनी ठेका में भारतमाला मार्ग निर्माण का कार्य किया जा रहा है। जिन गांवों से होकर सड़क गुजरेगी वहां रास्ते में आने वाले बड़े छोटे पेड़ों को भी हटाना होता हैं जिसके लिए अलग से वन विभाग से अनुमति लेने की जरूरत होती है और अगर राजस्व की भूमि पर हो तो राजस्व विभाग से अनुमति लेनी होती है।
वन विभाग निगरानी में नहीं कटे पेड़
अनुमति कही से भी लिया जाए पेड़ों को काटने या उखाडऩे का काम वन विभाग अपनी निगरानी में करवाता है जिसका हिसाब विभाग अपने पास भी रखता है पर धरमजयगढ़ क्षेत्र में दिलीप बिल्डकान प्राइवेट लिमिटेड द्वारा फारेस्ट की जमीन को छोड़कर निजी किसान के जमीन पर कार्य प्रारंभ किया है जिसमें कंपनी द्वारा खुद ही किसानों की जमीन में लगे पेड़ों की कटाई कर बड़े-बड़े मशीन से उखड़वा दिए गये हैं। उखड़े हुए पेड़ों को मौके पर ही छोड़ दिया गया है जो की अब पेड़ वहां से गायब हो रहे हैं एक तरह से देखा जाए तो चोरी हो रहे है। जिससे शासन को लाखों की राजस्व क्षति हो रही है। शासन प्रशासन को चाहिए की कांटे पेड़ों की लकड़ी कहां गये इसकी जांचकर डीबीएल कंपनी पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।
एम.एल. सिदार (उप वनमंडलाधिकारी लैलूंगा) –
भारतमाला परियोजना अंतर्गत पेड़ों की कटाई हो रहा है इसका कोई भी जानकारी वन विभाग को नहीं है।