रायगढ़। रोज गार्डन से निकल कर एक जंगली सूअर डीएफओ बंगले के गेट में फंस गया, जिससे हड़कंप मच गया। देखते ही देखते यह घटना स्थानीय लोगों के लिए चिंता का विषय बन गई। हालांकि, घटना की सूचना मिलने के बावजूद वन विभाग का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इस पर स्थाई निवासी खुद एकजुट होकर जंगली सूअर को फंसे गेट से बाहर निकालने में जुट गए।

इसी दौरान, जंगली सूअर ने एक व्यक्ति पर हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गया। घायल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से संबंधित विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। करीब डेढ़ घंटे बाद वन विभाग की रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन वे भी जंगली सूअर को बाहर निकालने में सफल नहीं हो सके।
इसके बाद, स्थानीय की मदद से रेस्क्यू प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। इस दौरान एक स्थानीय व्यक्ति ने वन विभाग पर आरोप लगाया कि रेस्क्यू का तरीका पूरी तरह गलत था और यह बहुत खतरनाक हो सकता था। उन्होंने कहा कि अगर किसी ग्रामीण ने इस तरीके से भगाने की कोशिश की होती तो विभाग उस पर एफआईआर दर्ज कर उसे जेल भेज देता, लेकिन विभाग इस प्रकार से रेस्क्यू कर रहा है।

स्थानीय लोगों ने विभाग की आलोचना करते हुए कहा कि यह सही तरीका नहीं है, और रेस्क्यू के दौरान जिम्मेदार अधिकारियों को अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए थी।
वहीं, रेंजर हेमलाल जायसवाल ने कहा कि टीम को मौके पर भेजा गया था और स्थाई लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए उन्होंने रेस्क्यू में उनकी मदद को सराहा।
यह घटना वन विभाग की रेस्क्यू प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करती है, और स्थानीय लोगों के बीच असंतोष का कारण बनी हुई है।








