धरमजयगढ।नई आवाज- धरमजयगढ़ नगर में बड़े ही हर्षोल्लास व सावन की रिमझिम बारिस के बीच जबरदस्त उत्साह के साथ मनाया गया। इस विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में समाज के सभी अतिथिगण सावन के रिमझिम बारिश में भीगते मांदर के थाप में थिरकते नजर आए।
बता दें,विश्व आदिवासी दिवस समारोह में आदिवासी संस्कृति और सभ्यता को सशक्त बनाने के लिए आज 9 अगस्त को 42 साल पहले संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) ने विश्व आदिवासी दिवस घोषित किया था। आज का यह दिन दुनिया भर के करीब 90 से अधिक देशों में निवास करने वाले जनजाति आदिवासियों को समर्पित है। जिसका मुख्य उद्देश्य आदिवासियों के अधिकारों और अस्तित्व के संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाना है।
इसी क्रम में धरमजयगढ़ में विश्व आदिवासी दिवस धुमधाम,ढोल नगाड़े,आतिशबाजी के साथ मनाया गया।इस कार्यक्रम के नजरिये से धरमजयगढ नगर में विशाल संख्या में लोगों उपस्थिति देखी गई। कार्यक्रम में सर्वप्रथम धरमजयगढ़ नगर के राजमहल प्रांगण दशहरा मैदान में आदिवासियों की विशाल संख्या एकत्रित हुई वहीं से विशाल रैली निकाली गई जो दशहरा मैदान से होकर बिरसा मुंडा चौक पहुंचे, जहां पर भगवान बिरसा मुंडा का पुजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
तत्पश्चात धरमजयगढ़ के नगर में विशाल रैली बिरसा मुंडा चौक से निकलती हुई,राजीव गांधी चौक, बस स्टैंड,आत्मानंद स्कूल मार्ग से,पुनः कार्यक्रम स्थल दशहरा मैदान मंच पर पहुंची।मैदान में आदिवासी समाज के प्रमुखों द्वारा मौजूद लोगों को जागरूकता के मद्देनजर संबोधित किया गया।खासकर शैक्षिणक ,व नैतिक विषय मे विशेष जानकारी का संचार किया गया।सर्व आदिवासी दिवस समारोह में सर्व आदिवासी समाज के प्रमुख एवं समाज से जुड़े अधिकारी कर्मचारी और तमाम लोग मौजूद रहे ।
वहीं बता दें, इस वृहद कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर धरमजयगढ़ थाना प्रभारी कमला पुसाम व टीम की मुस्तैदी सराहनीय रही।