चरखापारा पंचायत में जमकर हो रहा घपला, ग्रामीणों का आरोप!
धरमजयगढ़। आये दिन कई पंचायतों में जमकर भ्रष्टाचार करने का मामला सामने आते रहे हैं, जिसमें सरपंच से लेकर पंचायत सचिवों की तक के मिली भगत से बड़े बड़े कारनामे सामने आते रहते हैं। वहीं शासन प्रशासन द्वारा भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए भी देखा जा रहा है। लेकिन कार्रवाई के बाद भी भ्रष्टाचार की सीमा दिनों दिन चरम पर रहती है। ऐसा ही एक मामला सामने आ रही है, जहां पर जनपद पंचायत धरमजयगढ़ के ग्राम पंचायत चरखापारा में विकास कार्य को लेकर लगातार घपला ही घपला करने मामला सामने आ रही है,ये हम नहीं बल्कि चरखा पारा ग्राम पंचायत के स्थानीय निवासीगण का ग्रामीणों का सचिव पर आरोप है, ग्रामीणों ने बताया कि चरखापारा पंचायत में मवेशी बाजार चल रहा था, जिसका ग्रामवासियों ने कहा कि 03 साल का मवेशी बाजार का ठेका नीलामी का राशि (पैसा) का जानकारी आज तक तक नहीं मिला है। उन्होंने ने कहा आखिर यह राशि गया तो कहां गया। जहां पर उस राशि का विकास कार्य कुछ भी नहीं है।
आगे उन्होंने कहा कि सचिव का तबादला भी अन्य विकासखंड के ग्राम पंचायत में हो चुका था, लेकिन सचिव शासन प्रशासन का नियम का धज्जियां उड़ाते हुए देखा गया। और आज भी वहीं डटे हुए हैं। संबंध में ग्रामीणों ने कहा यहां सरपंच के बैनर तले भी यहां पर ऐसा कृत्य किया जा रहा है। सरपंच कतई नहीं चाहता कि सचिव का तबादला हो, आगे उन्होंने बताया कि सरपंच ने सचिव का तबादला रूकवाने कुछ लोगों को खिला पिला कर पिकअप वाहन में भर जनपद पंचायत से लेकर जिला प्रशासन तक चल गये थे। ताकि उच्च अधिकारियों को लगे कि वाकई में ग्रामीण भी नहीं चाहते कि सचिव का तबादला हो। क्योंकि इसका मुख्य वजह मिलीभगत कर कार्य को अंजाम देना। और आगे चुनाव में भी रणनीति तैयार करना। लेकिन वहीं ग्रामीणों ने कहा, अब हमें सचिव और सरपंच की कार्य प्रणाली समझ में आ गई।