हनुमान भक्त की याद में श्री हनुमान चालीसा व आरती संग्रह पुस्तिका भी किए वितरण!
घरघोडा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घरघोड़ा में भर्ती मरीजों को रायगढ़ भाजपा के पूर्व विधायक, कर्मठ व जनहितैषी जननेता रोशनलाल अग्रवाल की तृतीय पुण्यतिथि पर फल वितरण किया गया।
घरघोडा के स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों द्वारा अस्पताल पहुंचकर रोशन भैया अमर रहे का जयकारा करते हुए मरीजों व जरूरतमंदों को फल वितरण कर उन्हें श्रद्वांजलि दिया गया। हनुमान भक्त रोशनलाल अग्रवाल को याद करते हुए उनकी याद में हनुमान चालीसा एवं आरती संग्रह वितरण कर जन नेता स्वर्गीय रोशन लाल जी का पुण्यतिथि मनाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। मरीजों को फल वितरण के बाद उनके साथ बिताएं पल को साझा भी किया गया। साथ ही दो मिनट का मौन रखकर रोशन भैया को श्रद्धांजलि दी गई। उक्त कार्यक्रम में शामिल हुए सभी कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों ने जननेता रोशनलाल अग्रवाल के विचारों एवं सिद्धांतों पर चलने का संकल्प लिया गया। भाजपा जिला उपाध्यक्ष नरेश पण्डा ने संस्मरण में बताया कि रोशनलाल की बात करते समय निराला की राम की शक्तिपूजा कविता के राम झिलमिलाने लगते हैं। राम का जीवन संघर्षों का पर्याय रहा। देवी को 108 वें कमल भेंट करते समय उन्हें जब कमल नहीं मिला तो निराला के राम की आँखें आँसुओं से छलछला आई थीं। वे श्र्य से राम थे और ये श्र्य से रोशन ! तुलना केवल और केवल इस अर्थ में कि दोनों के जीवन की कहानी में संघर्ष केन्द्र में है विस्तार में है। जीवन में ऐसे न जाने कितने प्रसंगों में रोशनलाल की आँखें भीगी होंगी।भाजपा नेता विजय डनसेना ने कहा कि बेहद साधारण और निर्धनता के निरंतर प्रहार झेलते परिवार में जन्मे रोशनलाल के जीवन में संघर्ष ही उनकी नियति रही। हर कदम पर यह संघर्ष उनका हम कदम रहा। लेकिन उन्होंने इसके साथ दोस्ती गाँठ ली और आगे बढ़ते रहे। खास बात यह है कि आगे के अपने सार्वजनिक जीवन में उन्होंने अपने जिंदगी के इन धूसर-मटमैले हिस्सों को और नेताओं की तरह कभी छिपाया नही बल्कि बेहद गर्व से उसका बखान करते। शासकीय पुत्री शाला में चटाई बिछाकर पिपरमेंट गोली बेचने वाले रोशन लाल और रायगढ़ के यशस्वी विधायक रोशनलाल में आचरण और व्यवहार में फाँक नहीं रहा। वही विनम्रता, सहजता वही दीप्त-गर्व बना रहा, सजा रहा। बहुत गर्व से वे उन दिनों की बात युवाजनों से शेयर करते और उनका हौसला बढ़ाते।इस भीगें नयन के पल में प्रमुख रूप से शकील अहमद, राधे श्याम राठिया ज्ञानेश्वर मिश्रा, शिशु सिन्हा, उमेश शर्मा, डोले पटेल, राजेश पटेल, विजय जयसवाल, राजेन्द्र ठाकुर, श्याम भोजवानी, मनमोहन ठाकुर, सहनु पैकरा, प्रेम मिश्रा, रितेश शर्मा विक्की साहू, गुरुनाम सिंह , गुरमीत सिंह आदि उपस्थित थे।