गौरेला पेंड्रा मरवाही : छात्रावास-आश्रम खुलने के पहले सभी मूल-भूत व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश
कलेक्टर ने छात्रावास-आश्रमों के अधीक्षकों की ली बैठक
गौरेला पेंड्रा मरवाही। छात्रावास-आश्रम खुलने के पहले भोजन, पानी, सुरक्षा, स्वास्थ्य सहित सभी मूल-भूत व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने निर्देश दिए हैं। उन्होंने कलेक्ट्रेट के अरपा सभा कक्ष में जिले में संचालित सभी छात्रावास-आश्रमों के अधीक्षकों की बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर ने बरसात के मौसम में जल जनित संक्रमण बीमारियों से बचने के साथ ही कीड़े, मकोड़े, सांप, बिच्छु, से बचाव के लिए परिसर की साफ-सफाई, स्वच्छता, प्रकाश की व्यवस्था एवं फिनाइल डालने के निर्देश दिए। उन्होंने बरसात के पहले छात्रावास-आश्रमों के गद्दे, तकिए, चादर आदि को धूप में सुखाकर रखने कहा। कलेक्टर ने छात्रावास-आश्रमों में स्वीकृत सभी सीटों की पूर्ति करने, जिले में परीक्षा परिणाम बेहतर लाने के लिए सिलेबल्स के अनुसार अध्ययन-अध्यापन पर विशेष ध्यान देने, गृहकार्य पूर्ण कराने, बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद, संगीत, चित्रकला का भी विकास करने और उनके प्रतिभा को निखारने में सहयोग करने कहा। उन्होंने बच्चों का नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण कराने, कन्या छात्रावास-आश्रमों में सुरक्षा व्यवस्था हेतु विशेष सावधानी बरतने, सीसीटीवी कैमरे लगवाने, अनाधिकृत रूप से किसी को भी प्रवेश नही देने के निर्देश दिए।कलेक्टर ने छात्रावास-आश्रमों में चिकित्सा, सुरक्षा आदि आपात स्थिति में सहयोग के लिए महत्वपूर्ण संपर्क नंबरो की जानकारी प्रदर्शित करने और बच्चों के नास्ता, भोजन, प्रार्थना, शयन, खेलकूद, अध्ययन आदि के लिए समय सारणी बनाने कहा। उन्होंने छात्रावास-आश्रमों में पुस्तकालयों का संधारण करने और वहां प्रेरणादायक, सामान्यज्ञान एवं प्रतियोगी परीक्षा हेतु ज्ञानवर्धक पुस्तकें रखने कहा। उन्होंने बाउन्ड्रीवाल वाले सभी आश्रम-छात्रावासों के परिसर में किचन-गार्डन विकसित करने और साग-सब्जी उगाने तथा पपीता, केला, मुनगा, कटहल, नीबू, आम, अमरूद आदि फलदार पौधे लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने नियमित रूप से निगरानी समिति की बैठक आयोजित करने तथा बिना पूर्व सूचना के मुख्यालय नही छोड़ने की चेतावनी दी। बैैठक में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास डा. ललित शुक्ला, सभी मंडल संयोजक एवं जिले में संचालित सभी 90 छात्रावास-आश्रमों के अधीक्षक उपस्थित थे।