नई आवाज/रायगढ़ जिले में धान खरीदी के सीजन (समय) में एक बड़ा मामला सामने आ रहा है जहां तमनार विकासखंड के जरेकेला (सोसाइटी) धान खरीदी केंद्र पर बीती रात 10:00 बजे तक किसानों का धान तौल किया जा रहा था, इस बात की जानकारी जब मीडिया की टीम द्वारा प्रबंधक को दी गई तो उसने आनन फानन में फोन कर धान खरीदी को रुकवा दिया। जहाँ धान खरीदी की एक निश्चित समय सीमा होती है वहीं देर रात तक यदि इस तरह से किसी के भी धान का तौल करना और खरीदी करना निश्चित रूप से धान मंडी के प्रबंधक और टीएसएस केंद्र पर संदेह पैदा करता है, इस तरह गलत समय में धान खरीदी की जानकारी जब तहसीलदार तमनार को दी गई तो उन्होंने फूड ऑफिसर को सम्पर्क कर लीजिये कहकर पल्ला झाड़ लिया वहीं फूड ऑफिसर से सम्पर्क करने पर जानकारी लेकर बताने की बात कही हद तो तब हो गया जब तहसीलदार को ही नही पता कि धान को कितने समय तक लिया जाना है जबकि राजस्व विभाग के कर्मचारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है पर तहसीलदार को इस विभाग के बारे में जानकारी नही है ! आखिर इन सबके पीछे माजरा क्या है सोचने वाली बात है?
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