आदिवासी समाज ने ज्वलंत समस्या को लेकर दी SDM को ज्ञापन, समस्या समाधान नहीं हुई तो होगा आर्थिक नाकेबंदी – महेन्द्र सिदार

WhatsApp
Telegram
Facebook
Twitter
LinkedIn

धरमजयगढ। रायगढ़ जिला के धरमजयगढ़ विकासखंड अंतर्गत छाल तहसील घेराव की अल्टीमेटम देकर 11 नवंबर को छाल तहसील एवं वन विभाग की घेराव हजारों की संख्या में किए थे। जो हजारों की संख्या में एकजुट होकर छाल के घरघोड़ा चौक से रैली निकाल कर घेराव के लिए निकले हजारों की संख्या रही तब तहसील कार्यालय के सामने पहुंच कर नारे बाजी करते हुए कई गांव से पहुंचे ग्रामीणों ने अपनी क्षेत्र की विभिन्न ज्वलंत समस्याओं को लेकर घेराव किया था, लेकिन शासन प्रशासन द्वारा अभी तक कोई ठोस कारवाही नहीं की जा रही है। क्षेत्र के विभिन्न समस्या को लेकर फिर 17 जनवरी की आदिवासी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष महेन्द्र सिदार एवं प्रतिनिधि गण धरमजयगढ़ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डिगेश पटेल से मुलाकात कर फिर ज्ञापन सौंपा है, और निवेदन किया गया है कि हमारी मांग पर तत्काल संज्ञान लें, और हमारी समस्या की समाधान करें, अगर समाधान नहीं हुई तो क्षेत्रीय ग्रामीण किसान एवं आदिवासी समाज द्वारा 29 जनवरी को अनिश्चित कालीन जन आंदोलन एवं आर्थिक नाकें की जाएगी जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होंगी।आदिवासी समाज की मुख्य मांगे – – जंगली हाथियों से हो रहे फसलों के नुकसान पर राज्य सरकार के द्वारा तय किया गया फसल मूल्य के राशि किसानों को प्रदान किया जाये।- जंगली हाथियों से जन-हानि पर 50 लाख रूपये एवं परिवार के किसी एक को नौकरी प्रदान किया जाए।- जंगली हाथियों को सुरक्षित रखने हेतु काल उचित कदम अया जाए, ताकि ग्रामीण एवं हाथियों को किसी प्रकार की छती ना हो- खरसिया से धरमजयगढ़ सड़क मार्ग एवं धूल चौक से घरघोड़ा मुख्य मार्ग को तत्काल बनाएं, ताकि लोगों को गंभीर बिमारियों से बचा जा सके।- एडू से छाल एसईसीएल से कोयला लोड लेने वाली वाहनों को मुख्य मार्ग में खड़े कर मार्ग को बाधित कर दिया जाता है, जिससे आए दिन दुर्घटनाएँ होती रहती है जिस पर तत्काल कार्यवाही किया जाए।छाल तहसील बने 03 वर्ष हो गए परन्तु अभी तक छाल नोटरी व स्टाम्प वेंडर की व्यवस्था नहीं है जिसकी तत्काल व्यवस्था किया जावे।- हाथी प्रभावित क्षेत्रों में सोलर स्ट्रीट लाईट एवं लोगों को टॉर्च वितरण किया जाये। – एसईसीएल सीएसआर मद के राशि को जो कि क्षेत्र के विकास के लिये होता है उसे प्रभावित क्षेत्र में ही खर्च उपयोग किया जावे।- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र छाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाया जाये। गोदावरी एनर्जी कंपनी द्वारा 2014 में नवापारा, बोजिया, चितापाली, कटाईपाली की लगभग 900 एकड़ जमीन अधिग्रहण किया गया एवं आज पर्यन्त तक और ना ही रोजगार, पुनर्वास का सुविधा दिया गया है।भौतिक कब्जा नहीं किया गया है। उक्त भूमि को संबंधित किसान को वापस दी जाए।।- एसईसीएल अंतर्गत जितने भी कंपनी कार्यरत् है उसमें क्षेत्रीय बेरोजगार युवकों को व्ही.टी.सी. कराकर रोजगार प्रदान किया जावे।जैसे कई गंभीर समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा है।

Nai Aawaz  के बारे में
For Feedback - rr6027268@gmail.com
WhatsApp Icon Telegram Icon